प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम की घोषणा
त्वरक, लेसर तथा संबंधित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम |
राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र (राराप्रप्रौके), इन्दौर परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार की एक प्रमुख इकाई है जो त्वरक विज्ञान, लेसर विज्ञान के अग्रणी अनुसंधान क्षेत्रों एवं संबंधित प्रौद्योगिकियों तथा अनुप्रयोगों में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में संलग्न है।
राराप्रप्रौके के जन पहुँच (आउटरीच) कार्यक्रम के अन्तर्गत, यह केन्द्र प्रतिवर्ष मई से जुलाई माह के अंतराल में आठ सप्ताह का एक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम "त्वरक, लेसर तथा संबंधित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम" आयोजित करता है। इस श्रृंखला में प्रस्तुत अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम का सफल आयोजन वर्ष 2015, 2016, 2017, 2018 तथा 2019 में किया गया, जिनमें भारत के विभिन्न राज्यों से कुल मिलाकर लगभग 200 स्नातकोत्तर उपाधि के छात्र सम्मिलित हुए ।
डॉ. विक्रम साराभाई की 100 वीं जयंती को मनाने के लिए, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग 12 अगस्त, 2019 से 12 अगस्त, 2020 के दौरान संयुक्त रूप से ‘डॉ. विक्रम साराभाई शताब्दी कार्यक्रम’ का आयोजन कर रहे हैं। पऊवि के कार्यक्रमों में डॉ. विक्रम साराभाई के योगदान को ध्यान में रखते हुए इन समारोहों के तहत राराप्रपौके विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। । इस संदर्भ में, ओकल का षष्ट संस्करण, ओकल-2020 डॉ. विक्रम साराभाई को समर्पित है और इसमें कई केंद्रित गतिविधियों वाले विशेष सत्र जैसे वार्ता, दौरे आदि सम्पन्न किये जायेंगे।
छठा अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम (2020) का विस्तृत विवरण निम्नानुसार है :
अवधि :
राराप्रप्रौके में छठे अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम का आयोजन मई 18, 2020 से जुलाई 10, 2020 के अंतराल में किया जाएगा ।
पाठ्यक्रम की विषयवस्तु
यह अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम छात्रों को गहन वैचारिक ज्ञान के साथ-साथ त्वरकों, लेसरों तथा संबंधित प्रौद्योगिकियों में अग्रणी अनुसंधान क्षेत्रों में प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। पाठ्यक्रम में कक्षा व्याख्यान, आरआरकेट की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण, व्यावहारिक प्रायोगिक प्रशिक्षण तथा विशिष्ट वैज्ञानिकों एवं तकनीक विशेषज्ञों (टेक्नोक्रेट) द्वारा वार्ता भी शामिल हैं ।
पाठ्यक्रम की समाप्ति पर, विद्यार्थियों का, व्यावहारिक प्रायोगिक प्रशिक्षण एवं पाठ्यक्रम की समझ के बारे में परीक्षण किया जाएगा । पाठ्यक्रम पूरा करने वाले विद्यार्थियों को, उनकी उपस्थिति एवं संतोषप्रद कार्य निष्पादन के आधार पर प्रमाणपत्र दिया जायेगा।
पात्रता : पाठ्यक्रम उन विद्यार्थियों के लिए है जो मई-जून 2020 में निम्नलिखित स्नातकोत्तर उपाधि का अंतिम वर्ष के पहले का वर्ष पूरा करेंगे :
- एम.ई. / एम.टेक. (इलेक्ट्रोनिकी, इलेक्ट्रोनिकी एवं इंस्ट्रूमेंटेशन/मापयंत्रण, इलेक्ट्रोनिकी एवं संचार, विद्युत इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, इंस्ट्रूमेंटेशन/मापयंत्रण इंजीनियरिंग, नैनो प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग भौतिकी, यांत्रिक इंजीनियरिंग, पदार्थ विज्ञान, धातुकी इंजीनियरिंग, लेसर तथा संबंधित क्षेत्र, अनुप्रयुक्त प्रकाशिकी/एप्लाइड ऑप्टिक्स, प्रकाश- इलेक्ट्रोनिकी/ऑप्टोइलेक्ट्रोनिकी, प्रकाश-इलेक्ट्रोनिकी एवं प्रकाशिक संचार/ ऑप्टोइलेक्ट्रोनिकी एवं ऑप्टिकल संचार: इनमें से किसी एक शाखा में)
- एम.एससी.(भौतिकी)
अथवा
- इंटीग्रेटेड एम.एससी. (भौतिकी)/ एम.एस.(भौतिकी) तथा उपरोक्त दर्शाई गई शाखाओं में से किसी एक शाखा में इंटीग्रेटेड एम.ई./एम.टेक. पाठ्यक्रम ।
चयन प्रक्रिया :
अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम हेतु विद्यार्थियों का चयन एक संक्षिप्त निबंध तथा उनके शैक्षणिक रिकार्ड के आधार पर होगा । इस वर्ष निबंध का विषय है: “कण त्वरक एवं लेज़र के चिकित्सा एवं औषधि हेतु उपयोग” । निबंध 800-1000 शब्दों का हो। विद्यार्थियों को निबंध अपलोड करने के साथ ही ऑनलाइन आवेदन पत्र में यह स्व-प्रमाणित करना होगा कि निबंध मौलिक रूप से उनके द्वारा लिखा गया है। निबंध के अतिरिक्त, विद्यार्थियों के स्नातक डिग्री और स्नातकोत्तर उपाधि के पूर्ण किये गए सेमेस्टरों में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए । इंटीग्रेटेड स्नातकोत्तर उपाधि में विद्यार्थियों द्वारा पूर्ण किये गए सेमेस्टरों में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
राष्ट्रीयता :
इस अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम के लिए केवल भारतीय नागरिक पात्र हैं।
विद्यार्थियों को वित्तीय सहायता :
अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम हेतु चयनित विद्यार्थियों को राराप्रप्रौके अतिथि गृह तथा छात्रावास परिसर में निशुल्क आवास एवं भोजन व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी तथा कुल रू. 3000/- की अतिरिक्त वृत्ति (रू. 375/- प्रति सप्ताह) दी जाएगी । पाठ्यक्रम पूरा करने वाले विद्यार्थी उनकी उपस्थिति एवं कार्य निष्पादन के आधार पर उपरोक्त वित्तीय सहायता के पात्र होंगे । विद्यार्थियों को उनके वर्तमान अध्ययन संस्थान/आवास के स्थान से इंदौर तक के लघुतम मार्ग का आने एवं जाने का द्वितीय श्रेणी (स्लीपर) ट्रेन भाड़े की प्रतिपूर्ति, टिकट प्रस्तुत करने पर, की जाएगी ।
आवेदन की प्रक्रिया :
केवल ऑन-लाइन आवेदन ही स्वीकार किये जाएंगे । [ ऑनलाइन आवेदन ]
- ऑन-लाइन आवेदन पत्र भरकर, जेपीजी फार्मेट में नवीनतम पासपोर्ट आकार का फोटो, अन्य सभी अपेक्षित दस्तावेज (स्नातक डिग्री मार्कशीट, स्नातकोत्तर डिग्री के पूर्ण किये गए सेमिस्टरों की मार्कशीट, निबंध, अनुशंसा पत्र, सीपीआई /सीजीपीए से प्रतिशत रूपांतरण का दस्तावेज - यदि लागू हो तो, लंबित रिजल्ट के बारे में प्रमाणपत्र - यदि लागू हो तो) पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड करें ।
- प्रिंटआउट लेकर आवेदन पत्र पर हस्ताक्षर करें ।
- हस्ताक्षरित आवेदन पत्र स्कैन कर पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड करें । ऑन-लाइन आवेदन के दौरान अगर कोई कठिनाई आती है तो कृपया ocal@rrcat.gov.in पर संपर्क करें।
कृपया निम्नलिखित दो दस्तावेजों की मूल प्रति अपने पास सुरक्षित रखें। इनका भविष्य में सत्यापन हेतु उपयोग हो सकता है ।
- हस्ताक्षरित आवेदन पत्र (जिसकी स्कैन प्रति को आपने अपलोड किया है)
- अनुशंसा पत्र (जिसकी स्कैन प्रति को आपने अपलोड किया है)
आवेदक कृपया निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें :
- आवदेन पत्र की पेपर प्रति को भेजने की आवश्यकता नहीं है ।
- केवल पूर्ण रूप से भरे आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे । आवेदन पत्र में अपेक्षित दस्तावेज नहीं पाएं जाने पर आवेदन निरस्त हो सकता है ।
- आवेदन पत्र की हस्ताक्षरित प्रति को स्कैन कर अपलोड करना अनिवार्य है ।
- सभी अपलोड किये गए स्कैन दस्तावेजों का स्पष्ट एवं सरलता से पढ़ने योग्य होना आवश्यक हैं।
महत्वपूर्ण तिथियां :
ऑन-लाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि |
: 30 मार्च 2020 |
चयनित विद्यार्थियों के नाम आरआरकेट की वेबसाईट पर घोषित किए जाएंगे ।
नोट :
- जो विद्यार्थी अभिमुखीकरण पाठ्यक्रम-2020 में चयनीत होते हैं उन्हें उपरोक्त पाठ्यक्रम के साथ अपनी डिग्री के आंशिक भाग को पूरा करने हेतु 6 से 12 माह की परियोजना प्रशिक्षण राराप्रप्रौके में करने का अवसर प्रदान किया जायेगा।
- तथापि उपरोक्त पाठ्यक्रम के साथ अपनी डिग्री के आंशिक भाग को पूरा करने हेतु 6 से 12 माह की परियोजना प्रशिक्षण राराप्रप्रौके में करने के इच्छुक विद्यार्थी वेबसाईट देख सकते हैं ।
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