एससीआरएफ गुहिका अभिलक्षणन एवं निम्नतापीय अनुभाग |
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इस अनुभाग के प्रमुख कार्यों में सुपरकंडक्टिंग रेडियो फ्रीक्वेंसी(एससीआरएफ) गुहिकाओं का विकास और क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग में अनुसंधान और विकास सम्मिलित है, जिनका उपयोग उच्च ऊर्जा रैखिक प्रोटॉन त्वरक में किया जाता है।
एससीआरएफ गुहिकाओं के प्रसंस्करण, शुद्धिकरण और 2 केल्विन तापमान पर परीक्षण के लिए बुनियादी सुविधाओं को स्थापित किया गया है। क्रायोजेनिक बुनियादी सुविधाओं मे तरल हीलियम संयंत्र, तरल नाइट्रोजन संयंत्र, विशाल हीलियम भंडारण सुविधा, 2 केल्विन तापमान तक सेंसर के लिए मापांकन सुविधा को स्थापित किया गया है।
देश में पहली बार स्वदेशी रूप से विकसित हीलियम द्रवीकरण संयंत्र के द्वारा हीलियम का द्रवीकरण किया गया है। एकाकी स्टेज और द्वि-स्टेज क्रायोकूलर जो कि क्रमशः 30 केल्विन, 10 केल्विन और 4 केल्विन तापमान उत्पन्न कर सकते हैं, को स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। अनुभाग द्वारा विकसित क्रायोकूलरो का उपयोग आर. आर. केट, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और यू. जी. सी-डी.ए.ई. सी.एस.आर., इंदौर में किया जा रहा है।
इस अनुभाग के अंतर्गत निम्नलिखित प्रयोगशालाएँ कार्यरत हैं :
- क्रायो-इंजीनियरिंग प्रयोगशाला
- सुपरकंडक्टिंग गुहिका प्रसंस्करण एवं असेम्बली प्रयोगशाला
अनुभाग की मुख्य गतिविधियां इस प्रकार हैं :
- एससीआरएफ गुहिकाओं के प्रसंस्करण और परीक्षण के लिए आधारभूत सुविधाएँ
- एससीआरएफ गुहिकाओं का प्रसंस्करण एवं परीक्षण
- स्वदेशी विकास और क्रायोजेनिक बुनियादी सुविधाएँ
अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:
श्री एस. राघवेन्द्र
प्रमुख, एस.सी.आर.एफ. कैविटी कैरेक्टराइजेशन और क्रायोजेनिक्स सेक्शन
फोन: +91 731-248 8276
ईमेल: raghu (at) rrcat.gov.in
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विषय प्रबंधक: श्री शशिकांत सुहाने
Email: suhane (at) rrcat.gov.in |
अंतिम नवीनीकरण : सितम्बर 2022 |
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