त्वरक ऊर्जा आपूर्ति प्रभाग |
त्वरक ऊर्जा आपूर्ति प्रभाग
स्पंदित ऊर्जा आपूर्ति अनुभाग
- कार्यादेश
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टीम के सदस्य
- स्पंदित विद्युत प्रदाय अनुभाग में की जा रही गतिविधियां
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अन्य विकास कार्य:
- प्रकाशनों की सूची:
- आमंत्रित वार्ता
1. कार्यादेश
स्पंदित विद्युत प्रदाय अनुभाग इण्डस त्वरकों के लिए सटीक स्पंदित विद्युत स्रोतों को डिजाइन करने और विकसित करने में कार्यरत है । कण बीमों को परिवहन लाइनों से रिंग और रिंग से परिवहन लाइनों में अंदर डालने और बाहर निकालने की सुविधा के लिए द्रुत स्पंदित चुम्बकीय क्षेत्र आवश्यक है । इन स्रोतों का उपयोग द्रुत चुम्बकीय क्षेत्रों का उत्पादन करने के लिए मशीन में स्पंदित चुम्बकों को विद्युत प्रदान करने में किया जाता है । ये विद्युत स्रोत उच्च आयाम स्थिरता, कम जिटर, पुनरावर्तनीयता और स्पंद आकृति के संदर्भ में उनके दृड कार्य-निष्पादन अपेक्षाओं के लिए जाने जाते हैं ।
विभिन्न प्रकार की स्पंद आकृतियों जैसे अर्द्धज्या, ज्या से शिखर में उत्थान के बाद तेजी से चरघातांकी पतन और समलम्बाकार स्पंदों का उत्पादन करने वाले स्पंदक विकसित किए गए हैं जो मशीनों के चौबीसों घंटे प्रचालन में कार्यरत हैं । इन स्पंद विद्युत स्रोतों के विकास की प्रक्रिया में पीपीएसएस में कार्यरत टीम ने सटीक स्पंद फार्मिंग नेटवर्क चार्जरों, विभिन्न स्पंद आकृतियों के लिए स्पंद विद्युत परिपथ डिज़ाइन करने और उनके उच्च वोल्टता अनावेशन परिपथ में विशेषज्ञता हासिल की है । टीम ने उच्च वोल्टता, उच्च डीआई / डीटी, उच्च विद्युतधारा स्विचिंग, जो इन स्पंदकों के विशिष्ट अभिलक्षण हैं, में विशेषज्ञता प्राप्त की है ।
इसके अतिरिक्त , पीपीएसएस ने उच्च वोल्टता, उच्च विद्युतधारा अर्धचालक स्विचों, उच्च स्थिरता (100 पीपीएम) संधारित्र चार्जरों, डायनामिक लोड और सक्रिय फिल्टर के लिए उच्च कार्य-निष्पादन उच्च शक्ति ए.सी. – डी.सी. परिवर्तकों पर कार्य किया है और इन कार्यों को आगे बढ़ा रहा है । ए.सी. लाइन विद्युत धाराओं के संनादी सुधार के साथ-साथ उच्च शक्ति दिष्टकारियों के डी.सी. पार्श्व ऊर्मिका सुधार के लिए सक्रिय फिल्टर विकसित किए गए हैं ।
2. टीम के सदस्य
वर्तमान टीम के सदस्य इस प्रकार हैं:
- यश पाल सिंह
- योगेश केलकर
- यू.एस. करंदीकर
- राजेश बारोठिया
- लिंगम श्रीनिवास
- योगेश रायकवार
- अमरेश चंद्र पांडे
- सत्य देव
- यूनुस खान
- राजू
3. स्पंदित विद्युत प्रदाय अनुभाग में की जा रही गतिविधियां
- इण्डस-1 के लिए स्पंदित चुम्बक विद्युत प्रदाय
- इण्डस-2 के लिए स्पंदित चुम्बक विद्युत प्रदाय
इण्डस-1 के लिए स्पंदित चुम्बक विद्युत प्रदाय
बूस्टर (इंजेक्शन एवं निष्कर्षण) और इण्डस-1 एसआरएस (इंजेक्शन) के लिए आवश्यक स्पंद विद्युत प्रदाय के विनिर्देशों को निम्नलिखित तालिका में सूचीबद्ध किया गया है –
प्राचल (पैरामीटर)
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बूस्टर इंजेक्शन किकर
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बूस्टर इंजेक्शन सेप्टम
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बूस्टर निष्कर्षण किकर
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बूस्टर निष्कर्षण सेप्टम
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इण्डस-1 इंजेक्शन सेप्टम
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इण्डस-1 एसआरएस इंजेक्शन किकर
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शिखर विद्युत धारा | 1000 A | 5000 A | 2400 A | 6000 A | 6000 A | 5000 A |
स्पंद चौड़ाई | 13 μs | 200 μs | 0.1 μs | 200 μs | 200 μs | 1.2 μs (उत्थान) एवं 120 ns का पतन समय स्थिरांक |
स्पंद आकृति | अर्द्धज्या | अर्द्धज्या | समलम्बाकार | अर्द्धज्या | अर्द्धज्या |
जिटर | < 50 ns | < 50 ns | < 10 ns | < 50 ns | < 50 ns | < 10ns |
भार प्रेरकत्व | 0.46 μH | 1.02 μH | 0.6 μH | 1.76 μH | 1.76 μH | 0.6 μH |
स्पंदित चुम्बक विद्युत प्रदाय अलग-अलग स्पंद आकृतियों - जैसे अर्द्ध ज्यावक्रीय , समलम्बाकार और अवमंदित ज्यावक्रीय उत्थान और चरघातांकी पतन, की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विकसित किए गए हैं । स्पंद आकृतियों के आधार पर स्पंदकों के बारे में एक संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है -
स्पंद आकृति - अर्द्ध ज्यावक्रीय
बूस्टर इंजेक्शन किकर, बूस्टर इंजेक्शन सेप्टम, बूस्टर निष्कर्षण सेप्टम और इण्डस-1 इंजेक्शन सेप्टम चुम्बकों को अर्द्ध ज्यावक्रीय आकृति की स्पंद विद्युत धारा द्वारा ऊर्जा प्रदान की जाती है । स्पंद चौड़ाई 13 माइक्रो सेकंड से 200 माइक्रो सेकंड की सीमा में बदलती है एवं विभिन्न चुम्बकों के लिए शिखर विद्युत धारा 700 A से 5 kA तक बदलती है । इन स्पंदों का उत्पादन एक थाइरिस्टर स्विच के माध्यम से अधो अवमंदित एलसीआर परिपथ बनाने के लिए ऊर्जा भंडारण संधारित्रों के बैंक को सेप्टम चुम्बक के प्रेरण लोड में अनावेशन द्वारा किया जाता है । संधारित्र बैंक के बार-बार आवेशन के लिए संधारित्र आवेशन योजना को संधारित्र बैंक की वोल्टता के लिए उच्च स्तर की पुनरावृत्ति और स्थिरता देने के लिए डिज़ाइन किया गया है ।
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बूस्टर इंजेक्शन सेप्टम |
बूस्टर निष्कर्षण सेप्टम |
स्पंद आकृति - समलम्बाकार
बूस्टर निष्कर्षण किकर चुम्बक को समलम्बाकार आकृति के एक स्पंद विद्युत धारा द्वारा ऊर्जा दी जाती है । विद्युत धारा स्पंद का उत्थान समय 50 ns है और समतल शीर्ष समय आमतौर पर 70 ns है । उच्च वोल्टता की सहअक्षीय केबल का उपयोग स्पंद निर्माण नेटवर्क के रूप में किया गया है । इस केबल को एक अपेक्षित वोल्टेज के लिए आवेशित किया जाता है और एक थाइरेट्रॉन स्विच द्वारा लोड में अनावेशित किया जाता है । केबल अभिलाक्षणिक प्रतिबाधा के सुमेलित प्रतिरोध का उपयोग लोड चुम्बक के साथ श्रृंखला में किया गया है ।
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बूस्टर निष्कर्षण किकर |
थाइरेट्रॉन असेम्बली |
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बूस्टर निष्कर्षण किकर विद्युत धारा स्पंद |
स्पंद आकृति – अवमंदित ज्यावक्रीय उत्थान एवं चरघातांकी पतन
इण्डस-1 एसआरएस इंजेक्शन किकर चुम्बक को स्पंद विद्युत धारा द्वारा ऊर्जा दी जाती है, जिसकी विशेषता है अवमंदित ज्यावक्रीय से शिखर तक और विद्युत धारा शिखर से चरघातांकी पतन । उत्थान समय 1.2 μs है और पतन समय स्थिरांक 120 ns है ।
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इण्डस-1 एसआरएस इंजेक्शन किकर |
इण्डस-2 के लिए स्पंदित चुम्बक विद्युत प्रदाय
इण्डस-2 स्पंद चुम्बक की सभी स्पंदित चुम्बक विद्युत प्रदाय के लिए आउटपुट विद्युत धारा तरंगरूप अर्द्ध ज्यावक्रीय हैं ।
- इण्डस-2 सेप्टम चुम्बक विद्युत प्रदाय
- इण्डस-2 किकर चुम्बक विद्युत प्रदाय
इण्डस-2 के लिए आवश्यक स्पंद चुम्बक विद्युत प्रदायों के विनिर्देशों को निम्न तालिका में सूचीबद्ध किया गया है –
प्राचल (पैरामीटर) |
महीन सेप्टम |
मोटा सेप्टम |
इंजेक्शन किकर |
बीम ऊर्जा (MeV) | 700 | 700 | 700 |
कोण (o) | 2 एवं 3.6 | 19 | 1.4 |
शिखर विद्युत धारा (A) | 5300 | 8500 | 11000 |
आवेशन वोल्टता (V) | 750 | 1000 | 28000 |
प्रेरकत्व (μH) | 0.95 | 2.7 | 0.84 |
स्पंद आकृति | अर्द्ध ज्या तरंग | अर्द्ध ज्या तरंग | अर्द्ध ज्या तरंग |
स्पंद अवधि (μs) | 50 | 100 | 3 |
पुनरावृत्ति दर (Hz) | 1 | 1 | 1 |
आयाम स्थिरता | 1 x 10-4 | 1 x 10-4 | 1 x 10-3 |
जिटर (ns) | 100 | 100 | 10 |
इण्डस-2 सेप्टम चुम्बक विद्युत प्रदाय
इण्डस-2 सेप्टम चुम्बक (महीन और मोटे) को अर्द्ध ज्या तरंग विद्युत धारा स्पंद की आवश्यकता होती है । इन स्पंदों का उत्पादन एक थाइरिस्टर स्विच के माध्यम से अधो अवमंदित एलसीआर परिपथ बनाने के लिए ऊर्जा भंडारण संधारित्रों के बैंक को सेप्टम चुम्बक के प्रेरण लोड में अनावेशन द्वारा किया जाता है । इन गुच्छों का इंजेक्शन अर्द्ध ज्या तरंग के शिखर (सपाट शीर्ष) पर होता है । ऊर्जा भंडारण संधारित्र का एक ऐसा बैंक बनाया गया है जिसके परिपथ का श्रृंखला प्रेरकत्व कम रहता है । विद्युत प्रदाय और चुम्बक के बीच आठ आरजी-8/यू केबल लचीला कनेक्शन लिंक बनाते हैं । अवांछित प्रेरकत्व को कम करने के लिए पूरी व्यवस्था सहअक्षीय बनाई गई थी ।
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इण्डस-2 महीन सेप्टम |
इण्डस-2 मोटा सेप्टम |
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मोटे और महीन सेप्टम की विद्युत धारा तरंग |
इण्डस-2 किकर विद्युत प्रदाय
इण्डस-2 में इंजेक्शन क्षैतिज मल्टी-टर्न इंजेक्शन योजना का उपयोग कर किया जाएगा । इस योजना में प्रतिपूर्ति ऑर्बिट उभार उत्पन्न होता है और सेप्टम चुम्बक के माध्यम से इलेक्ट्रॉन बीम को उभारित ऑर्बिट के समानांतर इंजेक्ट किया जाता है । इंजेक्शन पहले लंबे सीधे खंड, एलएस-1 में किया जाएगा । प्रतिपूर्ति उभार का उत्पादन चार किकर चुम्बकों के उपयोग से किया जाएगा । इण्डस-2 किकर विद्युत प्रदायों के लिए अर्द्ध ज्या तरंग प्रकार का विद्युत धारा स्पंद निर्धारित की गई है । इंजेक्शन ज्यावक्रीय विद्युत धारा के शिखर मान के आसपास होगा । अर्द्ध ज्या विद्युत धारा की आधार चौड़ाई 3 μs निर्धारित की गई है । अपेक्षित विक्षेपण देने के लिए आवश्यक विद्युत धारा शिखर 11 kA निर्धारित किया गया है ।
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इंजेक्शन किकर विद्युत प्रदाय |
किकर चुम्बक विद्युत प्रदायों की अपेक्षित अभिलक्षण हैं: 1) सभी चार किकर विद्युत धारा स्पंद में एक समान तरंगरूप होना चाहिए, 2) किकर विद्युत धारा स्पंद की शिखर के आसपास स्पंद से स्पंद विद्युत धारा स्थिरता की अपेक्षित डिग्री होनी चाहिए, 3) किकर विद्युत धारा को 1.5 μs से 1.6 μs समय में शिखर मान से अत्यल्प मान तक कम हो जाना चाहिए ताकि प्रतिपूर्ति उभार को शून्य तक कम किया जा सके, 4) किकर विद्युत धारा स्पंद ऋणात्मक नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे संग्रहित बीम में व्यवधान होगा । सभी चार किकरों में स्पंद उत्पन्न करने वाले अवयवों के लिए समान यांत्रिक व्यवस्था है । अंतिम चरण संधारित्र वोल्टता को एक आवश्यक मान पर स्थिर रखते हुए विद्युत धारा स्पंद के शिखर को स्थिरीकृत किया जाता है । अनावेशन स्विच से, जो 1 Hz पर काम करता है, लगभग 15 kA/μs के अधिकतम di/dt पर 11 kA की शिखर विद्युत धारा प्रवाहित होती है, जिसे बाद में चुम्बकीय सहायता से कम किया जाता है । स्पंद का आवश्यक जिटर समय 10 nsec है ।
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सभी किकरों का सुमेलित विद्युत धारा तरंगरूप |
4.अन्य विकास कार्य:
कार्यनिष्पादन, विनिर्देशों और नई व उन्नत प्रौद्योगिकियों के उपयोग के संदर्भ में मौजूदा प्रणालियों के उन्नयन निर्माण को ध्यान में रखते हुए, स्पंदित विद्युत प्रदाय अनुभाग हमारी वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के लिए बेहतर समाधान देने के लिए स्पंद प्रणाली के अनुसंधान एवं विकास में लगातार काम कर रहा है । इनमें से कुछ विकास नीचे सूचीबद्ध किए गए हैं ।
ठोस अवस्था स्विच आधारित स्पंदकों का विकास
1700 V, 26 A रेटिंग के पारंपरिक रूप से उपलब्ध उपकरणों का उपयोग कर स्पंदित ऊर्जा अनुप्रयोगों के लिए एक श्रृंखला संयोजित उच्च वोल्टता आईजीबीटी स्विच विकसित किया गया है । श्रृंखला संयोजित आईजीबीटी की सुरक्षा के लिए सक्रिय क्लैंप विधि के साथ स्थिर और गतिशील वोल्टता साझा नेटवर्क का उपयोग किया जाता है फाइबर-ऑप्टिक केबल का उपयोग कर । गेट ड्राइव प्रदान किए गए हैं जो आवश्यक गेल्वेनीक अलगाव प्रदान करते हैं । विकसित स्विच में 8 kV वोल्टता स्विच करने और 1 हर्ट्ज के पीआरआर पर 3.5 us स्पंद चौड़ाई के साथ 1.6 kA विद्युत धारा उत्पन्न करने की क्षमता है । इस विकास द्वारा किफायती और व्यावसायिक रूप से उपलब्ध उपकरणों का उपयोग कर कुछ वोल्टता / विद्युत धारा रेटिंग तक के महंगे आयातित थाइरेट्रॉन स्विच को प्रतिस्थापित किया जा सकेगा ।
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आईजीबीटी ड्राइवर स्टैक के साथ स्पंद विद्युत परिपथ |
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श्रंखला स्विचों का उपयोग कर 1.6 kA शिखर विद्युत धारा |
बूस्टर उन्नयन के लिए आशोधित बूस्टर इंजेक्शन किकर्स
बूस्टर के उन्नयन के लिए 5 माइक्रोसेकंड ज्यावक्रीय उत्थान व 700 A शिखर विद्युत धारा पर 700 ns रैखिक पतन के साथ स्पंद प्रदान करने के लिए आशोधित बूस्टर इंजेक्शन किकर्स विकसित किए गए हैं । यह विद्युत प्रदाय उच्च di/dt के साथ विद्युत धारा के रैखिक पतन की कड़ी अपेक्षा को पूरा करने के लिए एक बहुत ही सघन स्पंद विद्युत परिपथ का उपयोग करती है ।
लाइन साइड सक्रिय फ़िल्टर
प्रयोगशाला में एक 3-फेज लाइन साइड सक्रिय फिल्टर डिजाइन और विकसित किया गया है । इस फिल्टर को जब 3-फेज अ-रैखिक भार के विद्युत प्रदाय सिरे से से जोड़ा जाता है तो यह भार द्वारा स्थानीय रूप से ली गई संनादी विद्युत धारा प्रदान करेगा । इस प्रकार ए.सी. मुख्य स्रोत से ली गई विद्युत धारा लगभग ज्यावक्रीय रहती है जो विद्युत लाइनों पर संनादी विरूपण कम कर देती है । एक 3-फेज लाइन साइड संनादी फिल्टर डिजाइन, विकसित और इसका परीक्षण दिष्टकारी द्वारा ली गई संनादी विद्युत धाराओं की प्रतिपूर्ति करने के लिए अच्छी तरह से फ़िल्टर किए गए 400 V, 3-फेज, 50 हर्ट्ज, 7.5 kVA डायोड ब्रिज दिष्टकारी भार पर किया गया है ।
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लाइन विद्युत धारा संनादी संशोधन के लिए सक्रिय फिल्टर |
उच्च आवेश अंतरण दर और उच्च स्थिरता प्राप्त करने के लिए द्वि-फेज विस्थापित प्राथमिक वाइंडिंग युक्त 25 हर्ट्ज पीआरआर संधारित्र आवेशन विद्युत प्रदाय
25 पीपीएस की पुनरावृत्ति दर पर 4464 J/s की शिखर आवेशन विद्युत शक्ति दर्शाते हुए 35 ms में 2.5 kV तक 50 µF ऊर्जा भंडारण संधारित्र बैंक को आवेशित करने के लिए एक संधारित्र आवेशन विद्युत प्रदाय (सीसीपीएस) विकसित की गई थी । यह उच्च वोल्टता संधारित्र आवेशन विद्युत प्रदाय दो समान पूर्ण ब्रिज अनुनादी परिवर्तकों से बना होता है जो एक संधारित्र भार से जुड़ी दिष्टकारी द्वितीयक युक्त ट्रांसफॉर्मर की दो प्राथमिक वाइंडिंग्स को फीड करते हैं । सांस्थितिकी का चयन इस तथ्य पर आधारित है कि ऐसे श्रृंखला अनुनादी परिवर्तक जिसकी स्विचिंग आवृत्ति fs, अनुनादी आवृत्ति fr (fs ≤ 0.5 fr) के 50% से कम हो एक विद्युत स्रोत के रूप में कार्य करता है । 3-फेज नियंत्रित डीसी बस, द्वि-फेज विस्थापित प्राथमिक वाइंडिंग से फीड किया गया अनुनादी परिवर्तक और वोल्टता तुलनाकारी लूप ± 100 पीपीएम शिखर विद्युत धारा स्थिरता सुनिश्चित करेगा ।
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आउटपुट ट्रांसफॉर्मर व आईजीबीटी ड्राइवर |
विद्युत प्रदाय फ्रंट पैनल |
फेज-विस्थापित पीडबल्यूएम आधारित संधारित्र आवेशन विद्युत प्रदाय
स्थिर औसत विद्युतधारा संधारित्र आवेशन के लिए एक उच्च वोल्टता विद्युत प्रदाय विकसित किया गया है । पीडबल्यूएम आधारित चार्जर ने शिखर विद्युतधारा को कम किया है जिससे नुकसान में कमी आई है । फेज विस्थापित पीडबल्यूएम ने अतिरिक्त घटकों के बिना आसान स्विचिंग हासिल की है । संवेदक-रहित अभिनव नियंत्रण योजना के साथ स्थिर औसत विद्युतधारा संधारित्र आवेशन हासिल किया गया है । दोहरे द्वि-स्विच ब्रिज ने विश्वसनीयता बढ़ाई है । 25 हर्ट्ज की स्पंद पुनरावृत्ति दर पर 50 µF से 2.5 kV के संधारित्र को आवेशित करने के लिए विद्युत प्रदाय विकसित किया गया है ।
पारेषण लाइन प्रकार के किकर चुम्बक के लिए स्पंद विद्युत प्रदाय
अनुमानित भावी जरूरतों हेतु प्रौद्योगिकी विकास के लिए 6.25 ओम पारेषण लाइन प्रकार के किकर चुम्बक का परीक्षण करने के लिए 25 हर्ट्ज किकर विद्युत प्रदाय डिजाइन और विकसित किया गया है । यह विद्युत प्रदाय 100 ns, 100 ns और 500 ns के क्रमशः उत्थान, पतन और सपाट शीर्ष समय के साथ 2 kA समलम्बाकार विद्युतधारा स्पंद प्रदान करती है । विद्युतधारा स्पंद का उत्पादन एक स्पंद बनाने वाले नेटवर्क को सुमेलित पारेषण लाइन किकर चुम्बक में अनावेशन से होता है । एक उच्च वोल्टता थाइरेट्रॉन सीएक्स1666 का उपयोग एक स्विच के रूप में किया जाता है । छोटे प्रतिबाधा और द्रुत उत्थान समय की आवश्यकता के कारण पीएफएन का डिजाइन निर्माण के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण मुद्दा था । हमने स्पंद चार्जर, स्पंद निर्माण नेटवर्क और थाइरेट्रॉन असेंबली की डिजाइन विद्युतधारा स्पंद का द्रुत उत्थान समय हासिल करने के लिए से संबंधित विशिष्ट मुद्दों का समाधान किया है ।
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विकसित उच्च वोल्टता स्पंद विद्युत प्रदाय एवं इसका आरेख |
अनुमानित भावी जरूरतों हेतु प्रौद्योगिकी विकास के लिए 12.5 Ω पारेषण लाइन प्रकार के किकर चुम्बक का परीक्षण करने के लिए एक 60 kV उच्च वोल्टता स्पंद विद्युत प्रदाय डिजाइन और विकसित किया गया है । यह विद्युत प्रदाय 70 ns, 100 ns और 70 ns के क्रमशः उत्थान, पतन और सपाट शीर्ष समय के साथ 2 kA समलम्बाकार विद्युतधारा स्पंद प्रदान करती है । विद्युतधारा स्पंद का उत्पादन एक स्पंद बनाने वाले नेटवर्क को सुमेलित भार में अनावेशन से होता है । एक उच्च वोल्टता थाइरेट्रॉन सीएक्स1836 का उपयोग एक स्विच के रूप में किया जाता है । द्रुत उत्थान समय आवश्यकताओं के कारण पीएफएन का डिजाइन, थाइरेट्रॉन असेम्बली का अल्प प्रेरकत्व और 50 kV पर टर्मिनेशन बॉक्स निर्माण के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण मुद्दे थे । हमने स्पंद चार्जर, स्पंद निर्माण नेटवर्क और थाइरेट्रॉन असेंबली की डिजाइन विद्युतधारा स्पंद का द्रुत उत्थान समय हासिल करने के लिए से संबंधित विशिष्ट मुद्दों का समाधान किया है ।
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विद्युतधारा स्पंदों के द्रुत उत्थान के लिए 60 kV स्पंद विद्युत प्रदाय |
पिंगर चुम्बक विद्युत प्रदाय विकास कार्य
एक पिंगर चुम्बक प्रणाली दो प्रकार के चुम्बकों यथा क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर पिंगर चुम्बक से बनी होती है । इन पिंगर (किकर) चुम्बकों को दो अलग-अलग विद्युत प्रदायों से ऊर्जा मिलती है । ये चुम्बक इण्डस-2 की संग्रहीत बीम में बीटाट्रॉन दोलन उत्पन्न करेंगे । ये चुम्बक बीम के रैखिक और अ-रैखिक गतिकी की जांच करने के लिए एक उपकरण के रूप में कार्य करेंगे । इन क्रमिक दोलनों को रिंग के बीपीएम द्वारा प्रग्रहित किया जाता है । एक प्रोटोटाइप ऊर्ध्वाधर पिंगर विद्युत प्रदाय को 1 Hz पीआरआर पर 5700 ऐम्पियर शिखर विद्युतधारा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन और विकसित किया गया है । विकसित विद्युत प्रदाय और विद्युतधारा तरंग की फोटो नीचे दिया गया है ।
विकसित विद्युत प्रदाय
भार विद्युतधारा एवं वोल्टता तरंगरूप
पीएफ़एन असेम्बली
5. प्रकाशनों की सूची:
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- वाई.पी. सिंह, यू. करंदीकर, आर. बरोठिया, वाई. केलकर, ए.सी. ठाकुरता और एस. कोटैया, ,
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- यू. करंदीकर, वाई.पी. सिंह, आर. बरोठिया, वाई. केलकर, ए.सी. ठाकुरता और एस. कोटैया,
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- एम.एल. गांधी, ए.सी. ठाकुरता, उल्हास करंदीकर,
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"अल्प प्रतिबाधा टीएल चुम्बक के लिए द्रुत स्पंद विद्युत प्रदाय का विकास",
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- एल. श्रीनिवास, एम.एल. गांधी, मंगेश बी. बोरेज और ए.सी. ठाकुरता,
"एफपीजीए में उच्च विभरेदन प्रावस्था सांतरित डिजिटल स्पंद चौड़ाई मॉडुलक"
, एपीईजे जर्नल वॉल्यूम 10, नंबर 1
6. आमंत्रित वार्ता
- श्री योगेश केलकर ने "इण्डस त्वरकों में स्पंद विद्युत स्रोतों के कार्य-निष्पादन में वृद्धि के लिए हालिया विकास", त्वरक और संसूचकों के लिए एशियाई फोरम, 14-16 फरवरी, 2019, अंतर-विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र, नई दिल्ली पर आमंत्रित वार्ता प्रस्तुत की ।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
श्री यशपाल सिंह
प्रमुख, त्वरक ऊर्जा आपूर्ति प्रभाग
फोन: +91-731-248-8045
ईमेल: ysp@rrcat.gov.in
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